बेंगलुरू. ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने फूड रिटेल बिजनेस में उतरने का फैसला किया है। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि फ्लिपकार्ट शुरुआत में 2,000 करोड़ रुपए का निवेश कर सकती है। सप्लाई चेन, स्टोरेज और लॉजिस्टिक बढ़ाने के लिए जरूरत के हिसाब से और रकम खर्च की जाएगी।
फ्लिपकार्ट फार्मरमार्ट होगा नाम
फ्लिपकार्ट के ग्रुप सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि फूड रिटेल में 100% एफडीआई के नियमों के तहत लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। 'फ्लिपकार्ट फार्मरमार्ट' नाम से रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। यह देश में कृषि और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा देने की कोशिशों का अहम हिस्सा है। सभी आंतरिक मंजूरियां पहले ही ले चुके हैं।
कृष्णमूर्ति ने कहा कि हम स्थानीय एग्री ईकोसिस्टम, सप्लाई चेन, लाखों छोटे किसानों के साथ काम करने और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में ज्यादा निवेश करना चाहते हैं। इससे किसानों की आय बढ़ाने, लाखों लोगों को सस्ता और बेहतर खाना मुहैया करवाने में मदद मिलेगी।
अमेजन ग्रॉसरी आइटम जैसे- पैकेज्ड फूड और दूसरी खाद्य वस्तुओं की खरीद-फरोख्त करती है। फ्लिपकार्ट को फूड रिटेल में पेरेंट कंपनी वॉलमार्ट के अनुभव का फायदा मिलने की उम्मीद है। अमेरिका में वॉलमार्ट के कारोबार में फूड रिटेल की प्रमुख हिस्सेदारी है।
देश के गैर-संगठित रिटेल सेगमेंट में ग्रॉसरी की अहम हिस्सेदारी है। इसका बाजार 200 अरब डॉलर का होने का अनुमान है। लोग दूध और ब्रेड भी ऑनलाइन खरीदना पसंद कर रहे हैं। इस ट्रेंड को देखते हुए बिगबास्केट और ग्रॉफर्स जैसी कंपनियों ने पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन ग्रॉसरी सेगमेंट में विस्तार किया है।